धर्म भारत की प्रधान आवश्यकता नहीं

आप सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाऐं। नववर्ष आप, आपके परिवार वह आपके मित्र जनों के लिये मंगलकारी हो। ऐसी ईश्‍वर से प्रार्थना है।


सजधज के जैसे ही नववर्ष मनाने हम घर से निकले,
राह मे अचानक एक बच्चे को देख कदम संभल गये,
नहीं नही वो बच्चा मामूली नही था,
वह कूडों के ढेर मे, अपना भविष्य खोज रहा था,
बचपने मे ही, बडों जैसी सिलवटे उसके माथे पर दिख रहा था.
मेरे दिल मे अचानक ख्याल आया, हर तरफ नये वर्ष की धूम है,
फिर ये छोटा सा बच्चा, क्यों इतना खामोश और गुम है??
और मैने डरते डरते उससे ये सवाल पूछ डाला,
उसने बडी मासूमियत से मुझको देखा, और बोला,
साहब हजारों की सूट पहनने के बाद, आपको खामोशी दिखती है,
पर वो भूख नही दिखता,
जो मै इन कचडों से भरने की कोशिश कर रहा हुँ,
और आप किस नये साल की बात कर रहे हैं,
हमारे लिये तो हर दिन एक भूख ले कर आता है,
और जिस दिन, बगैर गाली और मार के,
भर पेट खाना मिल जाता है,
हमारा तो नया साल उसी दिन आ जाता है.
हॉ साहब मुझे पता है, आज करोडो रुपये,
कबाब,शावाब और पार्टी के नाम पर उडाये जायेगें,
और जो नेता,अभिनेता,समाजसेवक नये वर्ष मे,
कहीं नये भारत की बात कर रहे होगें,
आज अपनी जूठन इसी कचडे मे फेंक कर जायेगें,
और कल हम भी उसी जुठन से अपने पेट को भर,
शायद नये साल का जश्न मनायेगें.
और आप जो खुद को युवा पीढी बोलते हो,
मेरी बात सुन दो मिनट के लिये शायद सोच मे पड जाओगे,
और फिर कुछ नही बदलने वाला है,ये बोल,
आप भी सब कुछ भूल जाओगे.

हिन्दुस्तान के लाखों दुःखार्त भूखे लोग सूखे गले से रोटी के लिए चिल्ला रहे हैं . वे हम से रोटी माँगते हैं, और हम उन्हे देते हैं पत्थर. क्षुधातुरों को धर्म का उपदेश देना उनका अपमान करना हैं , भूखों को दर्शन सिखाना उनका अपमान करना हैं. मैं यहाँ पर अपने दरिद्र भाईयों के निमित्त सहायता माँगने आया हूँ .

आज हमारे देश की हालत किसी से छुपी नही है और ना ही आप लोगो को कुछ बताने की जरुरत है. आज हमारे देश मैं फैलते भ्रष्टाचार , अपराध, आतंकवाद , एक शैतान
की तरह मुँह खोले खडा है और ये सब मील कर हमारे देश को निगल जाना चाहते हैं. मगर हम ऐसा नही होने देंगे. अगर हमारे देश के वीर सिपाही हमारे LOC की रक्षा करना छोड़ दे तो सोचिये की हम कितने देर अपने घरों मैं सुरक्षित रह सकते हैं? उनका काम अगर देश की सीमाओं पर दुश्मन से लड़ना है तो हमारा (हम युवाओं ) का भी कुंछ फ़र्ज़ बनता है.
वो अगर देश की बाहरी दुश्मनों से लड़ रहे हैं उन्हें मार रहे हैं तो हमें अपने देश के अन्दर के दुश्मनों को ख़तम करना होगा , मारना होगा हर उस गद्दार को जो देश से गद्दारी करता है , जो देश मैं भ्रष्टाचार बढा रहा है , जिसके इशारे पर आज अपराध फल फूल रहा है , जो अपनी कुर्सी के खातिर कही भी किसी को भी मरवा देता है , अपनी कुर्सी के खातिर अपराधियों का साथ देता है ,हमें ख़तम करना होगा हर उस भ्रष्ट नेता , भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी , भ्रष्ट अफसर और उनके दलालों को , हमें लड़ना होगा देश मैं आतंकवाद फैलाने वालो से , और ख़तम करना होगा हर उस अपराध की जड़ को जो गरीब , निरीह , और मजबूर जनता को अपने दर से और डराती है , हमें हिम्मत देना होगा हर उस बन्दे को जो इन सबों के खिलाफ आवाज उठाते हैं और उनका साथ देना होगा .
हमें डराना होगा डराने वाले को , हमें मारना होगा मारने वाले को , हमें लड़ना होगा हमारे ही देश के भ्रष्ट अफसरों से , भ्रष्ट नेताओं से और इस System से और हमें बदलना होगा इस भ्रष्ट System को .
तो आओ मिल कर शपथ ले की हम कभी भी किसी भी अन्याय , अत्याचार और आतंकवाद के सामने नहीं झुकेंगे , उनसे अपने जीते जी कभी नहीं डरेंगे , लडेंगे जब तक की लहू का एक कतरा भी शेष होगा हमारे जहाँ मैं और फिर से हम अपने इस हिंदुस्तान को आबाद करेंगे .
।। जय हिंद ।।
।। जय भारत||




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